महाकाल की नगरी उज्जैन कालसर्प दोष निवारण के लिए विश्वविख्यात है। उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण पूजा कराने के लिए पूरे भारतवर्ष से और भारत देश के बाहर
विदेशों से भी हिंदू भाई-बहन हमारे पास आते हैं। हमारे सभी पंडित योग्य, विद्वान एवं बहुत अनुभवी हैं, उन्हें 90 हज़ार से भी ज्यादा कालसर्प पूजन कराने का व्यापक
अनुभव प्राप्त है और लगातार पूजन कर ही रहे हैं।
अगर कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में आ जाए या सभी ग्रह राहु केतु के बीच 180 डिग्री के अंदर ही रहे और कुंडली का 180 डिग्री का एरिया खाली रहे तो पूर्ण कालसर्प दोष का निर्माण होता है।
अगर कोई भी एक या दो ग्रह राहु केतु के 180 डिग्री से बाहर हो जाए तो तो आंशिक कालसर्प दोष बनता है। कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति के व्यावहारिक जीवन में बहुत सारी समस्याएं सदा आती रहती हैं,
भाग्य कमजोर प्रतीत होता है, जीवन में संघर्ष लगातार बना ही रहता है। शादी विवाह, नौकरी इत्यादि में बढ़ाएं आती रहती हैं । अच्छा रहेगा कालसर्प दोष के निवारण हेतु पूजा उज्जैन में कर लें।
कालसर्प दोष के संपूर्ण निवारण के लिए कालसर्प की पूजा के साथ-साथ राहु केतु की पूजा एवं राहु केतु का हवन भी जरूर जरूर करवायें|